इस मंदिर की वास्तुकला तथा सुंदरता के बारे में बोहोत कुछ लिखा जा चूका है फिर भी इस मंदिर की धार्मिक महत्वपूर्णता को ठीक से दर्शाया नहीं गया है।
इस मंदिर के शिवलिंग पर १६ धारियाँ का जिसे शोडष लिंग भी केहते है। यह बोहोत दुर्लभ दृश्य है। इस लिंग की परिक्रमा करने हेतु एक छोटे से गलियारे से होकर जाना पड़ता है जिसे मृत्यु द्वार कहते ऐ और भक्त जन्मा द्वार से बहार आते है। इस जन्म द्वार को माता के कोख़ का स्वरुप माना जाता है। यह अनुभव शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता , यह सिर्फ देखते तथा महसूस करते ही बनता है।
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कैलाशनाथर मंदिर में वास्तुकला
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कैलाशनाथर मंदिर वास्तुकला के खंभे
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कैलाशनाथर मंदिर के खंभे |
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कैलाशनाथर मंदिर में वास्तुकला
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कैलाशनाथर मंदिर में नंदी |
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कैलाशनाथर मंदिर खंभे |
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कैलाशनाथर मंदिर गोपुरम |
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कांचीपुरम कैलाशनाथर मंदिर गोपुरम |
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मंदिर गोपुरम
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translated by Ananya
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