श्री बालमुरुगन अदिमय स्वामी - वेल्लोर
आज कल के लोगो में सबसे बड़े विवाद का विषय यही है की अब कोई महापुरुष या संत क्यों नहीं जन्म लेते ? पर दुखद सत्य यह है की ये संत आज भी है - परन्तु वे अलग और अदृश्य रहना पसंद करते है।
एक ऐसे स्वामी है श्री बालमुरुगन अदिमय स्वामी जो रत्नागिरी मंदिर - वेल्लोर से सम्बंधित है। इन्होने अकेले ही इस ढहते मंदिर की पुनर्रचना कर डाली है। अधिक जानकारी के लिए - www.ratnagiri.org
देखे
ये मौन व्रत धारण किये हुए है और स्लेट पर लिख कर बात करते है। वे सिर्फ एक धोती पहने मंदिर में रहते है। यहाँ ये १९६० से है। उनका जीवन साधारण और भक्तिपूर्ण है। आज इस मंदिर द्वारा अनेको जनहित में जारी कार्य किये जाते है। हस्पतालों और स्कूलों में काम भी इस मंदिर द्वारा किये जाते है।
translated by Ananya
आज कल के लोगो में सबसे बड़े विवाद का विषय यही है की अब कोई महापुरुष या संत क्यों नहीं जन्म लेते ? पर दुखद सत्य यह है की ये संत आज भी है - परन्तु वे अलग और अदृश्य रहना पसंद करते है।
एक ऐसे स्वामी है श्री बालमुरुगन अदिमय स्वामी जो रत्नागिरी मंदिर - वेल्लोर से सम्बंधित है। इन्होने अकेले ही इस ढहते मंदिर की पुनर्रचना कर डाली है। अधिक जानकारी के लिए - www.ratnagiri.org
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ये मौन व्रत धारण किये हुए है और स्लेट पर लिख कर बात करते है। वे सिर्फ एक धोती पहने मंदिर में रहते है। यहाँ ये १९६० से है। उनका जीवन साधारण और भक्तिपूर्ण है। आज इस मंदिर द्वारा अनेको जनहित में जारी कार्य किये जाते है। हस्पतालों और स्कूलों में काम भी इस मंदिर द्वारा किये जाते है।
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