मणिबंध शक्ति पीठ मंदिर - पुष्कर
देवी माँ के ५१ शक्ति पीठो में से कुछ ही ऐसे है जहा आसानी से भ्रमण किया जा सकता है। इनमे पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी है।
परन्तु राजस्थान में स्थित एक शक्ति पीठ , जिसके बारे में काम ही लोग जानते है। मणिबंध शक्ति पीठ मंदिर (अजमेर के पास ) है जहा माता की कलाई (मणिबंध) गिरी थी। पुष्कर ब्रह्मा मंदिर से यह स्थान ५-७ किलोमीटर पर है। पुष्कर से ऑटो या टैक्सी लेकर इस जगह पर जाया जा सकता है और दिन में इस स्थान के अनुकूल दर्शन होते है।
यह मंदिर और पुष्कर गायत्री महा मन्त्र साधना और पुरस्कारण के लिए जाने जाते है।
निकट के और स्थान:
1) ब्रह्मा मंदिर
2) पुष्कर तालाब - इस तालाब में डुबकी लगाना पावन माना जाता है और इस तालाब की परिक्रमा भी होती है।
3) सावित्री मंदिर - यह एक पहाड़ी पर स्थित है और गायत्री मन्त्र साधना यहाँ की जा सकती है
4) पांच कुण्ड शिव मंदिर : शहर के पूर्व दिशा में ३ किलोमीटर पर एक शिव मंदिर है जो माना जाता है पांडवो ने बनवाया था। यहाँ नाग दोष निवारण पूजा की जाती है। इस मंदिर में ५ कुंड है जिनके नाम है - नागा , सूर्य , गंगा , पद्म , चक्र। इस कुण्ड में नहाना पावन माना जाता है। यहाँ एक हवन कुंड भी है जहा पुरोहित हवन करते है।
5) पाप मोचिनी मंदिर : यह स्थानन एक माताजी के लिए जाना जाता है जो पाप से मुक्ति दिलाती है।
6) रंगजी मंदिर : दक्ष्मीन भारतीय कला का विष्णु मंदिर।
पुष्कर के आस पास और भी कई मंदिर, तथा पुण्य स्थल है , जिसके बारे में अगर कोई भी जानकारी हो तो संपर्क करे।
पुरोहित - अमित पराशर 9928880933
पंकज शर्मा - 9829505474
देवी माँ के ५१ शक्ति पीठो में से कुछ ही ऐसे है जहा आसानी से भ्रमण किया जा सकता है। इनमे पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी है।
परन्तु राजस्थान में स्थित एक शक्ति पीठ , जिसके बारे में काम ही लोग जानते है। मणिबंध शक्ति पीठ मंदिर (अजमेर के पास ) है जहा माता की कलाई (मणिबंध) गिरी थी। पुष्कर ब्रह्मा मंदिर से यह स्थान ५-७ किलोमीटर पर है। पुष्कर से ऑटो या टैक्सी लेकर इस जगह पर जाया जा सकता है और दिन में इस स्थान के अनुकूल दर्शन होते है।
यह मंदिर और पुष्कर गायत्री महा मन्त्र साधना और पुरस्कारण के लिए जाने जाते है।
निकट के और स्थान:
1) ब्रह्मा मंदिर
2) पुष्कर तालाब - इस तालाब में डुबकी लगाना पावन माना जाता है और इस तालाब की परिक्रमा भी होती है।
3) सावित्री मंदिर - यह एक पहाड़ी पर स्थित है और गायत्री मन्त्र साधना यहाँ की जा सकती है
4) पांच कुण्ड शिव मंदिर : शहर के पूर्व दिशा में ३ किलोमीटर पर एक शिव मंदिर है जो माना जाता है पांडवो ने बनवाया था। यहाँ नाग दोष निवारण पूजा की जाती है। इस मंदिर में ५ कुंड है जिनके नाम है - नागा , सूर्य , गंगा , पद्म , चक्र। इस कुण्ड में नहाना पावन माना जाता है। यहाँ एक हवन कुंड भी है जहा पुरोहित हवन करते है।
5) पाप मोचिनी मंदिर : यह स्थानन एक माताजी के लिए जाना जाता है जो पाप से मुक्ति दिलाती है।
6) रंगजी मंदिर : दक्ष्मीन भारतीय कला का विष्णु मंदिर।
पुष्कर के आस पास और भी कई मंदिर, तथा पुण्य स्थल है , जिसके बारे में अगर कोई भी जानकारी हो तो संपर्क करे।
पुरोहित - अमित पराशर 9928880933
पंकज शर्मा - 9829505474
मणिबंध शक्ति पीठ - राजस्थान |
मणिबंध शक्ति पीठ - राजस्थान |
मणिबंध शक्ति पीठ - राजस्थान |
मणिबंध शक्ति पीठ - राजस्थान |
देवी मणिबंध |
देवी मणिबंध |
translated by Ananya
No comments:
Post a Comment